70+ Amazing Facts About Vulture in Hindi

Vulture Facts in Hindi - दोस्तों आज हम आपको गिद्धों से जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताएंगे। गिद्ध एक शिकारी पक्षी है। यूरोप, अफ्रीका और एशिया में ओल्ड वर्ल्ड गिद्धों की 15 जीवित प्रजातियां है, नई दुनिया के गिद्ध उत्तर और दक्षिण अमेरिका तक सीमित है। अफ्रीका, एशिया और यूरोप में पाए जाने वाले पुराने विश्व के गिद्ध (Old World Vulture) परिवार एक्सीपिट्रिडे से संबंधित है, जिसमें चील, पतंग, गुलदार और बाज शामिल है। पुरानी दुनिया के गिद्ध विशेष रूप से दृष्टि से शव खोजते है।
अमेरिका के गर्म और समशीतोष्ण क्षेत्रों में पाए जाने वाले नई दुनिया के गिद्ध (New World Vulture) और कंडेर्स समान एक्सीपीट्रिडे के साथ निकटता से संबंधित नहीं है, लेकिन परिवार कैथार्तिडे में है, जो कभी सारस से संबंधित माना जाता था। हालांकि, हाल के डीएनए सबूत बताते हैं कि उन्हें शिकार के अन्य पक्षियों के साथ, एक्सीपीट्रिफोर्मेस में शामिल किया जाना चाहिए। हालांकि, वे अभी भी अन्य गिद्धों के साथ निकटता से संबंधित नहीं है। कई प्रजातियों में गंध की एक अच्छी समझ होती है, जो कि रैप्टर के लिए असामान्य होती है, और मृत जानवरों को बड़ी ऊँचाइयों से, एक मील दूर तक सूँघने में सक्षम होती है। तो चलिए अब हम गिद्ध से जुड़े कुछ रोचक तथ्य और बातें (Facts & Information About Vulture) जानते है।

Facts About Vulture in Hindi

गिद्ध से जुड़े रोचक तथ्य - Vulture Facts in Hindi

  • देखने में गिद्ध एक भारे कद का और डरावना पक्षी है और ये पक्षी ज़्यादातर झुण्ड में ही पाए जाते हे।
  • गिद्ध पक्षी मुर्दाखोर और गंदकी खाने के लिए जाने जाते हे।
  • कई सालों पहले ये पक्षी आपको बहुत आसानी से गावों में या मैदानों में देखने को मिल जाते थे। लेकिन आज के दौरान गिद्ध पक्षी की संख्या बहुत ही कम है और तो और इस पक्षी को संकटग्रस्त पक्षी भी घोषित किया गया हे।
  • गंदकी को साफ़ करने की वज़ह से गिद्ध को पर्यावरण के सफ़ाई कर्मी भी कहा जाता हे।
  • ये पक्षी करीब 50 से 60 मिल प्रति घंटे की रफ़्तार से उड़ते हे।
  • पुरानी दुनिया के गिद्धों की सूंघने की शक्ति बहुत अच्छी नहीं होती। इसलिए शिकार खोजने के लिए वे अपनी तीव्र दृष्टि पर अधिक निर्भर होते है। इसके विपरीत नई दुनिया के गिद्धों की सूंघने की शक्ति तेज होती है। 
  • गिद्ध एक बार में अपने शरीर के वजन का 20% भोजन खा सकते है।
  • गिद्धों के सिर और गर्दन पर पंख नहीं होते। इस कारण जब वे मृत और सड़े हुए जानवरों को खाते है, तो बैक्टीरिया और अन्य परजीवी (parasites) उनके पंखों में घुसकर संक्रमण का कारण नहीं बन पाते। इसलिए भी ऐसी सामग्री खाकर भी ये स्वस्थ रह पाते है, जिन्हें खाकर अन्य जानवर संक्रमित हो जाएँ।
  • यह एक मिथक है कि गिद्ध स्वस्थ पशुओं का शिकार करते है। गिद्ध (Vulture) अधिकांशतः मृत जानवरों को खाते है। जब भोजन दुर्लभ हो और आस-पास कोई मरा हुआ जानवर उपलब्ध न हो, तो सामान्यतः वे बीमार, घायल या दुर्बल जीव का शिकार करते है।
  • गर्म दिनों में अपने पैरों को ठंडा करने के लिए गिद्ध उस पर पेशाब करते है। इस प्रक्रिया को यूरोहाईड्रोसिस (urohydrosis) कहा जाता है। उनकी ये आदत उन्हें बीमारियों से बचाने में भी सहायक होती है। मृत जानवरों के सड़े हुए मांस पर चलने और बैठने से जो बैक्टीरिया या परजीवी इनके पैरों पर पाएं जाते है, वे इनके मूत्र में पाए जाने वाले अम्ल से नष्ट हो जाते है।
  • 1990 के दशक के बाद 97 से 99% गिद्धों विलुप्त हुए है। इसका प्रमुख कारण पशु दवा डाइक्लोफ़िनक (diclofenac) है, जो पशुओं के जोड़ों के दर्द की दवा है। जब कुछ देर पहले इस दवा का सेवन किया हुआ पशु मर जाता है और उसे गिद्ध खा लेता है, तो उसके गुर्दे काम करना बंद कर देते है और वह मर जाता है। इस दवा के दुष्प्रभाव को देखते हुए पशुओं के जोड़ों के दर्द की नई दवा meloxicam ऑईज़ाद कर ली गई है।

Information About Vulture in Hindi

  • विषाक्तता से साथ ही गिद्धों को पवन टरबाइन (wind turbines), बिजली के तार (electricity pylons), निवास स्थान के विनाश, खाद्य हानि और अवैध शिकार का भी खतरा है, जो उनकी विलुप्ति का कारण बन रहे है।
  • गिद्ध (Vulture) की प्रजातियों में से लगभग 16 संकटग्रस्त है। अफ्रीका और भारत में गिद्ध विलुप्ति के कगार पर है।
  • गिद्ध के पेट का अम्ल (acid) अन्य जानवरों या पक्षियो के पेट में पाए जाने वाले अम्ल से काफ़ी तीव्र और प्रबल होता है। इस कारण गिद्ध खतरनाक बैक्टीरिया से संक्रमित सड़े हुए जानवरों को खा पाता है। ये अम्ल उन बैक्टीरिया को नष्ट कर देते है और इस तरह गिद्ध उनके दुष्प्रभाव से बेअसर रहता है।
  • गिद्ध के पेट में पाया जाने वाला अम्ल हैज़े और एंथ्राक्स जैसी बीमारियों के जीवाणुओं को भी नष्ट कर सकता है।
  • Bearded Vulture दुनिया का एकमात्र ऐसा जीव है, जो अपने भोजन में 70 से 90% तक हड्डियों को खा लेता और आराम से पचा जाता है।
  • गिद्ध सबसे ऊँची उड़ान भरने वाला पक्षी है। इसकी प्रजाति Rueppell’s Griffon Vulture ने 1973 में आइवरी कोस्ट में सबसे ऊँची उड़ान 37000 फ़ीट की भरी थी। ये ऊँचाई माउंट एवरेस्ट (29029 फ़ीट) से भी बहुत अधिक है। इतनी ऊँचाई पर ऑक्सीजन की कमी के कारण अन्य पक्षी प्रायः मर जाते है।
  • कई रैप्टर्स के विपरीत गिद्ध अपेक्षाकृत सामाजिक होते है। वे अक्सर बड़े झुंडों में रहते है, उड़ते है और खाना खाते है। गिद्धों के समूह को ‘committee’, ‘venue’ या ‘volt’ कहा जाता है। उड़ान भरते हुए गिद्धों के समूह को ‘kettle’ कहा जाता है। जब गिद्धों का समूह मरे हुए जानवर को एक साथ खा रहा हो, तो उस समूह को ‘wake’ कहा जाता है।
  • इसके पंखों का विस्तार (wingspan) 10-11 फीट तक होता है।
  • दुनिया का सबसे छोटा गिद्ध ‘Hooded vulture’ है। उप-सहारा अफ्रीका (Sub-Saharan Africa) में पाया जाने वाला ये गिद्ध कौवे के आकार का होता है। इसके पंखों का विस्तार मात्र 5 फीट तक होता है।
  • राजा गिद्ध (king vulture) सबसे रंग-बिरंगे गिद्ध होते है। उनके सिर और गर्दन का रंग लाल, पीला और नीला होता है। आँखें लाल रंग के छल्लों के बीच सफ़ेद रंग की होती है। शरीर ऊपर से बादामी और नीचे से सफेद होता है। गर्दन का किनारा स्लेटी रंग का होता है। उनके पंखों का फैलाव (wingspan) लगभग 2 मीटर होता है और शरीर लगभग 80 सेमी (31 इंच) लंबा होता है। राजा गिद्ध (king vulture) दक्षिणी मैक्सिको से अर्जेंटीना तक पाए जाते है।
  • Ruppell’s griffon vulture सूर्योदय के लगभग दो घंटे बाद उड़ना शुरू करते है और पूरा दिन ऊँचाई पर उड़ान भरते हुए बिताते है।
  • आम तौर पर गिद्ध आजीवन एक ही साथी के साथ रहते है।
  • पुरानी दुनिया के अधिकांश बड़े गिद्ध एक बार में केवल एक ही अंडा देते है। नई दुनिया के छोटे गिद्ध एक बार में दो अंडे देते है और एक महीने से अधिक समय तक उन्हें सेते है। जबकि नई दुनिया के बड़े आकार के गिद्ध एक बार में एक अंडा देते है और उसे लगभग दो महीने तक सेते है।
  • अन्य शिकारी पक्षियों की तुलना में गिद्ध धीरे-धीरे परिपक्व होते है।
  • गिद्ध (Vulture) एक बच्चे जन्म के बाद 2 से 3 महीने तक घोंसले में रहते है और भोजन के लिए अपने माता-पिता पर निर्भर रहते है।
  • सभी शिकारी पक्षिओ और जानवर की तुलना में सबसे ज्यादा मरे हुए जानवर का मांस गिध्द ही खाते है।
  • भारत के अन्दर सफ़ेद गिद्ध भी भारी मात्रा में पाए जाते है। यह सकल में गिद्ध से ज्यादा चिल से मिलता जुलता है। इस प्रजाति के गिद्ध दुसरे गिद्धों की तुलना में छोटे होते है।
  • गिद्ध की नजर बहोत ही तेज होती है इसी लिए वो ऊँचे आसमान से भी अपने शिकार को देख लेता है और उस पर टूट पड़ता है।
  • गिद्ध अपने भोजन की तलास में कई सो किलोमीटर की दुरी तय करते है।
  • ज़्यादातर इस पक्षी का रंग कत्थई और काले रंग के होते हे।
  • गिद्ध मांसाहारी (carnivorous) होते है। वे ऐसे मृत पशुओं और सड़ा हुआ मांस खा सकते है, जो अन्य जानवरों के लिए विषाक्त हो सकता है। इस कारण गिद्धों का पारिस्थितिक तंत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है, क्योंकि वे मृत पशुओं और सड़े हुए मांस को खाकर बीमारियों का प्रसार रोकते है।

Facts About Vulture in Hindi

  • ऐसा नहीं है कि गिद्ध सिर्फ़ सड़ा हुआ मांस ही खाते है। पाम नट वल्चर (Palm Nut Vulture) अखरोट, अंजीर, मछली और पक्षियों को भी खाते है। ये कीड़े और ताज़ा मांस भी पसंद करते है।
  • अफ़्रीकी गिद्ध प्रजाति लैप्पेट फेस्ड वल्चर (Lappet Faced Vulture) मुर्गी के जीवित बच्चों को खाना बहुत पसंद करते है।
  • पुरानी दुनिया के गिद्धों के पैर अपेक्षाकृत मजबूत होते है, लेकिन नई दुनिया के गिद्धों के पैर कमजोर होते है।
  • दुनिया का सबसे बड़ा और भारी गिद्ध दक्षिण अमेरिका में पाया जाने वाला एंडियन कंडक्टर (Andean condor) है।
  • जब गिद्ध को डराया जाए, तो गिद्ध अपने शरीर के वजन को हल्का करने के लिए उल्टी करते है, ताकि वे आराम से ऊँची उड़ान भर सकें। उल्टी शिकारियों को रोकने के लिए एक रक्षा तंत्र के रूप में भी कार्य करती है।
  • अधिकांश गिद्ध खुले स्थानों में निवास करते है। अक्सर वे चट्टानों पर, ऊँचे पेड़ों या जमीन पर समूहों में घूमते है। पुरानी दुनिया के गिद्ध कभी-कभी पेड़ों या फिर चट्टानों पर लकड़ी का मचान जैसा समतल घोंसला बनाते है। नई दुनिया के गिद्ध घोंसला नहीं बनाते।
  • उष्ण वायु (Thermal winds) गिद्ध को अधिक ऊँचाई में उड़ान भरने और बिना पंख फड़फड़ाये लंबे समय तक उड़ने में सहायक होती है।
  • जब एक गिद्ध परेशान होता है, तो उसका सिर लाल हो जाता है और ऐसा लगता है कि वह शरमा रहा है।
  • Tibetan sky burial एक धार्मिक अनुष्ठान है, जिसमें शरीर को काटकर गिद्धों को खिलाया जाता है।
  • भारत में पाई जाने वाली गिद्ध की प्रमुख प्रजातियाँ है : 1) भारतीय गिद्ध (Gyps Indicus) 2) लंबी चोंच का गिद्ध (Gyps Tenuirostris) 3) लाल सिर वाला गिद्ध (Sarcogyps Calvus) 4) बंगाल का गिद्ध (Gyps Bengalensis) 5) सफ़ेद गिद्ध (Neophron Percnopterus Ginginianus)
  • वर्तमान में भारत में गिद्धों की संख्या 1980 के 40 मिलियन से घटकर 1,00,000 रह गई है।
  • 3 से 6 महीने की उम्र में गिद्ध के बच्चे उड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हो जाते है। उस समय उनका आकार पूर्ण परिपक्व गिद्ध के समान विकसित हो चुका होता है और उनके पूरे पंख भी आ चुके होते है।
  • नई दुनिया के गिद्ध लगभग ख़ामोश रहते है। उनमें सिरिंक्स (syrinx or vocal organ) नहीं होता। उनकी आवाज़ घुरघुराने, सिसकने, चोंच किटकिटाने तक ही सीमित है, जिन्हें जटिल vocal cords की आवश्यकता नहीं पड़ती।
  • अधिकांश गिद्धों के गले में एक बड़ी थैली होती है,जहाँ वे भोजन को स्टोर कर रखते है।
  • प्रति वर्ष सितंबर के पहले शनिवार को ‘अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस’ (International Vulture Awareness Day) मनाया जाता है।
  • गिद्ध की प्रजातियों दो समूहों में विभाजित है : 1) नई दुनिया के गिद्ध (Old world vulture) और 2) पुरानी दुनिया के गिद्ध (New world vulture). नई दुनिया के गिद्ध अमेरिका और कैरिबियन देशों में पाए जाते है, जबकि पुरानी दुनिया के गिद्ध यूरोप, एशिया और अफ्रीका में पाए जाते है।
  • दुनिया भर में गिद्ध की 23 प्रजातियाँ है, जिसमें से 7 नई दुनिया की गिद्ध और 15 पुरानी दुनिया की गिद्ध प्रजातियाँ है।
  • ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका को छोड़कर हर महाद्वीप पर कम से कम एक प्रजाति का गिद्ध अवश्य पाया जाता है।
  • गिद्ध (Vulture) का जीवनकाल प्रजाति के अनुसार भिन्न-भिन्न होता है। Black vulture का जीवनकाल जहाँ लगभग 10 वर्ष होता है, वहीं King vulture का जीवनकाल लगभग 30 वर्ष होता है।
  • भोजन करते समय गिद्ध अपनी सामाजिक व्यवस्था बनाए रखते है। आकार में बड़े और मजबूत चोंच वाले गिद्ध पहले भोजन करते है। छोटे गिद्ध बड़े और प्रमुख प्रजातियों के गिद्ध द्वारा छोड़े गए भोजन के अवशेष खाते है।
  • गिद्ध की दृष्टि और गंध क्षमता तेज होती है। इस कारण वे एक मील या इससे भी अधिक दूरी से मृत जानवर खोज सकते है।
  • गिद्धों को अक्सर दूसरे मांस खाने वाले जानवरों (carrion-eating animals) के साथ शिकार को खाते हुए देखा जाता है। इसका कारण गिद्ध के नाखून कुंद और पैर कमज़ोर होते है। यदि मृत जानवर का शरीर चीर कर खोलने के हिसाब से बहुत कठोर हो, तो दूसरे शिकारी जानवरों द्वारा उस लाश के चीर जाने का इंतजार करते है और फिर उसे खाते है।
  • 100 African white-backed vultures का समूह 3 मिनट में मृतजीव के 50 किलोग्राम (110 पाउंड) मांस को चीर सकता है।
  • गिद्ध आकाश में आस-पास उड़ते हुए एक-दूसरे को आकर्षित करने की कोशिश करते है। नर गिद्ध मादा को आकर्षित करने के लिए अपना उड़ान कौशल दिखाते समय उसके पंखों के किनारों को छूता है।
  • गिद्ध आसमान में सबसे ऊँची उडान भरने वाल विशाल शिकारी पक्षी है। यह करीब 37 हजार फीट तक की ऊंचाई पर उड़ सकता है।
  • नर और मादा दोनों अपने बच्चों का पालनपोषण करते हे और बच्चे करीब 5 से 6 महीने तक घोंसले में ही रहते है।
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